Friday 7 August, 2009

हाईकू

व्यस्तताओं में पूरा दिन रेत सा जाने कब बीत गया कि पालथी मार कर आपके साथ बैठने का वक्त ही नहीं मिला। फिर भी एक हाईकू आपके लिए----

मैं चूम लेता हूं
पवनदूती के अधरों को अक्सर
मुझे पता है,
तुम भी चूमती हो....

4 comments:

  1. मित्र यह हाईकू नही है हाईकू विधा में, प्रथम पक्तिं में 5, दूसरे में 8 तथा तीसरी पक्तिं में 5 वर्ण होते है।

    जबकि आपके हाईकू में चार पक्‍ि‍तयाँ, जबकि हाईकू में तीन पक्तिंयाँ ही होती है।

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  2. "hikoo" shabd se aprichit hoon kuchh aur
    jaankari mil sakti hai kya ?
    hausla badhane ke tahe dil se shukraguzaar hoon!dosto se to maargdarshan apekshit hai,rashk jo kare so kare !

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  3. मैं चूम लेता हूं
    पवनदूती के अधरों को अक्सर
    मुझे पता है,
    तुम भी चूमती हो....

    अच्छा है. .

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  4. Boos ye hikoo kahi high school ka sort form to nahi hai. Pata chala phir se padhna padega.
    Aksya Mishra

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खुद को समझने की कोशिश लंबे समय से कर रहा हूं। जितना जानता हूं उतने की बात करूं तो स्कूल जाने के दौरान ही शब्दों को लय देने का फितूर साथ हो चला। बाद में किसी दौर में पत्रकारिता का जुनून सवार हुआ तो परिवार की भौंहे तन गईं फिर भी १५ साल से अपने इस पसंदीदा प्रोफेशन में बना (और बचा हुआ) हूं, यही बहुत है। अच्छे और ईमानदार लोग पसंद हैं। वैसा ही रहने की कोशिश भी करता हूं। ऐसा बना रहे, यही कामना है।